सारण – रणधावा जाट गोत्र का इतिहास

मल्लयुद्ध

सारण – रणधावा जाट गोत्र का इतिहास यदु वंश में राजा गज ने गजनी का निर्माण किया। उसके पुत्र शालिवाहन ने गजनी से आकर पंजाब में शालिवाहनपुर (शालपुर) नगर की स्थापना करके उसे अपनी राजधानी बनाया। इस सम्राट् के 15 पुत्रों में से एक का नाम बलन्द था जो इसका उत्तराधिकारी बना। राजा बलन्द के … Read more

दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर का जाट भवन आवश्यक क्यों ?

दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर का जाट भवन आवश्यक क्यों

दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर का जाट भवन आवश्यक क्यों ? किसी भी धर्म, देश, समाज और संगठन का सुचारू रूप से संचालन करने के लिए मुख्यालय की आवश्यकता पड़ती है जहां पर उसकी सभी समस्याओं का निदान व भविष्य की योजनाओं पर विचार विमर्श करके आगे की रणनीति बनाई जाती है। इसलिए सभी समुदायों ने … Read more

जाटों ने चौधरी छोटूराम की शिक्षाओं को भुलाया तो कष्ट उठाया

जाटों ने चौधरी छोटूराम की शिक्षाओं को भुलाया तो कष्ट उठाया खुदी को कर बुंलद इतना कि हर तकदीर से पहले।खुदा बन्दे से पूछे, बता तेरी रजा क्या है॥ 19वीं सदी में भारत वर्ष में ऐसे दो महान् महापुरुष पैदा हुये जिन्होंने गरीबी में जन्म लिया और अपने जन्म में गरीबी को भोगा तथा इसके … Read more

जब जाटों ने अंग्रेजों का सूर्य उदय होने से रोक दिया

जाट इतिहास व शासन की विशेषताएं

जब जाटों ने अंग्रेजों का सूर्य उदय होने से रोक दिया एक कहावत है कि ‘अंग्रेजों के राज में उनका सूर्य कभी अस्त नहीं होता था’ यह सच है कि इनके अधीन जमीन पर हमेशा कहीं ना कहीं दिन रहता था। भारत के इतिहास में अंग्रेजों के विरुद्ध केवल प्लासी की लड़ाई का वर्णन किया … Read more

सर मलिक खिज़र हयात तिवाना

Sir Malik Khizar Hayat Tiwana

सर मलिक खिज़र हयात तिवाना (जन्म 1900- मृत्यु 1975), 1942 से 1947 के जलवायु परिवर्तन काल के दौरान पंजाब यूनियनिस्ट पार्टी (राष्ट्रवादी जमींदारा पार्टी) की सरकार में पंजाब के प्रधानमंत्री (प्रीमियर) थे। ये महान नेता राजनीती में तिवाना गोत्र के जाट परिवार से आया था जो 15 वीं -16 वीं शताब्दी के बाद से पंजाब … Read more